
bogibeel bridge in hindi PM नरेंद्र मोदी कुछ ही घंटो बाद बोगीबिल पूल से गुजरने वाली पहली यात्री रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर देश को सबसे लम्बे रेल रोड पूल को समर्पित करेंगे।इससे भारत की पूर्वोत्तर सीमा तक पहुँच आसान होगी। चीन की सीमा तक पहुंचने में वक़्त बचेगा। चीन सीमा पर तैनात सेनिको तक मदद जल्दी पहुंचाई जा सकेगी। आपको बता दे कि जरूरत पड़ने पर इस पूल पर विमानों की लैंडिंग भी हो सकती है। अरुणाचल में किबिथू,वलांग और चगलगाम चौकियों तक पहुंचना आसान हो जायेगा।
आपको बता दे ब्रम्हपुत्र नदी के स्तर से 32 मीटर ऊंचाई पर बना है ये पुल bogibeel bridge in hindi। ऊपर तीन लेन की सड़क है जबकि इसके निचे दोहरी रेलवे लाइन है। एशिया का दूसरा सबसे बड़ा पूल है बोगिबिल पूल। असम और अरुणाचल प्रदेश के बिच स्वीडेन और डेनमार्क जैसा पूल है बोगीबिल पल। यह भारत का सबसे लम्बा रेल रोड पूल है। असम के डिब्रूगढ़ और अरुणाचल के पासीघाट की 400 किलोमीटर की दुरी काम करेगा ये पूल। डिब्रूगढ़ से धीमाजी का सफर 4 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इस पूल की वजह से हर रोज दस लाख रुपये के ईंधन की बचत होगी।
शानदार इंजीनियरिंग का नमूना
bogibeel bridge in hindi इसकी शुरुआती लागत 3220 करोड़ रुपये थी। जो अब बढ़कर 5600 करोड़ रुपये तक हो गई है। इसको यूरोपीय मानकों के आधार पर बनाया गया है। इसके निर्माण में जो सामग्री इस्तमाल की गई है। वो जंगरोधी है। दावा है कि ये पूल 120 साल तक इसी तरीके से जीवित रहेगा। नदी में कुल 42 खम्भे है। इस खम्भों की वजह से पूल और भी ज्यादा मजबूत स्तिथि में हैं। इस पूल के निर्माण में 4857 करोड़ रुपयों का खर्च आया है।
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